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5 अनमोल नैतिक मूल्य जो आप अपने बच्चे को इन गर्मियों की छुट्टियों में सिखा सकते हैं।

अच्छे नैतिक मूल्य एक कंपास की तरह होते हैं। कोई भी जहाज चाहे कितना भी बढ़िया बना हो अपनी मंज़िल तक बिना कंपास के नहीं पहुँच सकता। किसी भी अभिभावक के लिए अपने बच्चों से ज्य़ादा क़ीमती कुछ नहीं। आयुर्वेद मानता है कि संपूर्ण स्वास्थ्य शरीर, मन और आत्मा का सेहतमंद गठजोड़ है। अच्छी शिक्षा और सेहत के अलावा आपके बच्चे को सफल और ज़िम्मेदार नागरिक बनने के लिए नैतिक शिक्षा हासिल करना भी बहुत ज़रूरी है। नैतिक मूल्यों से बनी हुई एक मज़बूत नींव आपके बच्चे को दुनिया का सामना करने के तैयार करेगी और डर के आगे ना झुकने, बेचैनी, लालच, अपराधबोध या नकारात्मक कर्मों से आने वाली शर्म का सामना करने से दूर रखेगी।

हम आपको 5 अनमोल नैतिक मूल्यों के बारे में बताते हैं जो आप अपने बच्चों को गर्मियों की इन छुट्टियों में सिखा सकते हैं, यह भविष्य में उनके काम आएगी।

1 सम्मान

अपने से बड़ों और साथियों को सम्मान देना एक महत्वपूर्ण नैतिक मूल्य है जो आपके बच्चे को आपसी सम्बन्धों को मज़बूत बनाने में मदद करेगा। ऐसा करके वो समाज में शांति, सद्भाव और सहयोग का माहौल बनाने में अपनी भूमिका का सम्मान कर सकेंगे, जो लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ज़रूरी है।

2 ईमानदारी

ईमानदारी किसी भी इंसानी सम्बन्धों के लिए बहुत ज़रूरी है। बेईमानी आपके बच्चे की ख़ैरियत के लिए नुकसानदायक है क्योंकि इससे वह अपनी गलतियों को आपसे छुपाएगा। छल कपट, झूठ और धोखाधड़ी आपके बच्चे की सामाजिक स्थिति और दोस्तों के बीच, स्कूल के साथियों और शिक्षकों के विश्वास के लिए नुकसानदायक है।

3 शिष्टता

‘कृपया’, धन्यवाद और माफी जैसे सरल शब्द एक लंबा सफर तय करते हैं। परिवार और समाज में अपने शिक्षकों और वरिष्ठों का अभिवादन करना सहयोग को बढ़ावा देता है। शिष्ट व्यवहार व्यवसायिक और व्यक्तिगत जीवन में चमत्कार दिखा सकता है, आपके बच्चे को शिष्टता को आत्मसात करना बहुत ज़रूरी है।

4 दृढ़ संकल्प

किसी लक्ष्य को हासिल करने और सफलता पाने के लिए मजबूत दृढ़ संकल्प होना बहुत ज़रूरी है। आप हमारे इतिहास से जुड़े कुछ ऐसे महापुरुषों या महिलाओं का उदाहरण दे सकते हैं जिन्होंने अपने काम के ज़रिए सफलता पाने में गजब का दृढ़ संकल्प दिखाया है। स्कूल या व्यक्तिगत जीवन में चुनौतियों का सामना कैसे करना है यह आप अपने बच्चे को भारतीय पौराणिक कथाओं के ज़रिए सिखा सकते हैं।

5 साहस

डर, बेचैनी और शक ये कुछ ऐसी साधारण भावनाएँ हैं जिसे आपका बच्चा कुछ नया करते समय महसूस करता है। स्कूल के किसी सख्त शिक्षक की वजह से, किसी मुश्किल विषय में अच्छे नंबर ना ला पाने की वजह से या फिर किसी वरिष्ठ से जो दंबगई करता हो उनकी वजह से ऐसा हो सकता है। साहस ही आपके बच्चे को इन चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा। अपने बच्चों को साहसी बनाने का सबसे बढ़िया तरीका है कि आप इसके बारे में उनसे बात करें और खुद एक उदाहरण बनें।

खास सलाह

नैतिक मूल्यों के महत्व को खोखला नहीं होना चाहिए। भारतीय पौराणिक कथाओं के ज़रिए अपने बच्चों को नैतिक मूल्यों बारे में बताना एक बहुत बढ़िया उपाय है। यह आमतौर पर बच्चों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और उनकी रुचि इसमें होती है कि आप आगे क्या कहने वाले हैं। कहानियाँ आपके बच्चे के दिमाग में सजीव चित्र बनाती हैं जिसकी वजह से उनके लिए नैतिक मूल्यों को समझना और जीवनभर उसको याद रखना आसान हो जाता है।

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