Diseases Search
Close Button

Stay Healthy with Ayurveda

Search Icon

घुटनों को मजबूत करने वाली जड़ी-बूटियाँ

घुटने की हड्डी शरीर की सबसे लम्बी हड्डी होती है और आपको खड़े होने में सबसे ज्यादा मदद करती है, इसलिए इसको ठीक रखना बेहद जरूरी है। परन्तु बूढ़े लोगों में आमतौर पर पायी जाने वाली एक बीमारी अपक्षयी गठिया, जिसे सामान्यतया जोड़ों का दर्द भी कहा जाता है, चलने फिरने में होने वाली मुश्किलों को बढ़ा देती है। यह उम्र के साथ अंगों के खराब होने की वजह से होती है। नीचे आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की एक सूची दी जा रही है, जो बिना किसी दुष्प्रभाव के घुटने की हड्डी को मजबूत रखती हैं -

आयुर्वेदिक औषधियाँ जो घुटने को मजबूत बनाये रखती हैं:

लाल मिर्च:

लाल मिर्च में पाए जाने वाले एक यौजिक पदार्थ 'कैप्साइसिन' की वजह से यह पता चला है, कि इसका प्रयोग हजारों सालों पहले से हो रहा है। इस तीखी जड़ी-बूटी में दर्द-निरोधक क्षमता होती है, जो कि पाचन, परिसंचरण तन्त्र और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए लाभदायक है। इसके सेवन से घुटनों के जोड़ों को भी ताकत और मजबूती मिलती है। लाल मिर्च और काली मिर्च के पाउडर को घुटनों पर लगाने से थोड़ी जलन अवश्य होती है, पर ये घुटनों का चमत्कारिक रूप से उपचार कर देता है।

हल्दी:

हर भारतीय रसोई में पाई जाने वाली यह पीली जड़ी-बूटी आयुर्वेद के हिसाब से घुटनों को ताकत देने में सबसे अधिक सक्षम है। हल्दी एक शक्तिशाली सूजन-प्रतिरोधी बूटी है, जिसमें काफी अच्छे एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इन गुणों की वजह से इसे खाने या लेप बनाकर लगाने से सूजन वाले जीवाणु खत्म हो जाते हैं और आपको दर्द से राहत व घुटनों को संरक्षण मिलता है।

अदरक:

यह एक और ऐसी ही जड़ी-बूटी है, जो हर रसोई में मिलती है। अदरक स्वादिष्ट और रोगाणुरोधक गुणों से परिपूर्ण होने के कारण सूजन व जलन को प्रत्यक्ष रूप से कम करती है।

इसका लेप बनाकर सीधे जोड़ों पर लगाया जा सकता है। आप अदरक की चाय बनाकर उसका सेवन कर भी सकते हैं। इससे रक्तसंचार अच्छा होता है, जो जोड़ों में गर्मी लाकर उन्हें मजबूत करता है और भीतर से जोड़ों की चिकनाहट बरकरार रखता है।

शल्लकी (बोस्वेलिया):

दर्द दूर करने में सक्षम बोस्वेलिया (शल्लकी) एक जानी-मानी बूटी है, जो पुरानी सूजन को दूर करने के लिए सदियों से इस्तेमाल की जाती है। इसका सेवन करने से लुकोट्रिइनेस नहीं बनते, जिसके कारण सूजन नहीं होती। यह उपास्थि को कोई नुकसान होने से भी रोकती है, जो कि शरीर के जोड़ों के लिए गद्दे की तरह काम करती है। इसीलिए, शल्लकी को घुटनों के जोड़ों को शक्ति देने वाली एक प्रभावशाली बूटी माना जाता है।

ऊपर बताई गयी जड़ी-बूटियों के अलावा अश्वगंधा, गुग्गुलु, त्रिफला, लहसुन जैसी बूटियों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ये सभी भी घुटनों का दर्द-निवारण कर हड्डियों को ताकत देती हैं और माँसपेशियों को मजबूत बनाती हैं।

जोड़ों के दर्द से निवारण के लिए आयुर्वेदिक उपचार बहुत ही प्रभावशाली रहता है। अगर आप भी इस दर्द से परेशान हैं, तो आज ही जीवा आयुर्वेद में किसी डॉक्टर से संपर्क करें।

To Know more , talk to a Jiva doctor. Dial 0129-4040404 or click on ‘Speak to a Doctor
under the CONNECT tab in Jiva Health App.

SHARE:

TAGS:

Comment

Be the first to comment.

Leave a Reply

Signup For Jiva Newsletter

Subscribe to the monthly Jiva Newsletter and get regular updates on Dr Chauhan's latest health videos, health & wellness tips, blogs and lots more.

Please fill your Name
Please fill your valid email
Book An Appointment Chat With Us