भारत में हर वर्ष लाखों लोग सर्दियों में हीटर का उपयोग करते हैं। ठंड से राहत तो मिलती है, लेकिन इसका असर कमरे की हवा, नमी और स्वास्थ्य पर गहराई से पड़ता है। 2019 के एक अध्ययन के अनुसार भारत में लगभग 16.7 लाख लोगों की मृत्यु इनडोर और आउटडोर वायु-प्रदूषण के कारण हुई। हालाँकि यह आँकड़ा सीधे हीटर से जुड़ा नहीं, लेकिन यह बताता है कि घर की हवा और नमी हमारी त्वचा, साँसों और पूरे शरीर की सेहत पर प्रभाव डालती है।
अगर आप रात को हीटर चला कर सोते हैं, तो यह लेख बताएगा कि इससे आपकी त्वचा, साँसों और शरीर को क्या नुकसान हो सकता है और कैसे बचाव किया जाए।
सर्दियों में रूम हीटर क्यों ज़रूरी लगने लगता है?
सर्दियों में तापमान कम होने से हीटर एक आरामदायक विकल्प लगता है, विशेषकर उत्तर भारत में जहाँ तापमान 5°C से नीचे चला जाता है। हीटर की गर्म हवा शरीर को राहत देती है, लेकिन लंबे समय तक इसे चलाना स्वास्थ्य के लिए जोखिम भी बन सकता है।
क्या रात में हीटर चलाकर सोना सुरक्षित है?
रात में हीटर ऑन करके सोने से कमरे की हवा का संतुलन बिगड़ता है। हीटर चलने पर:
- कमरे में ऑक्सीजन कम होने लगती है
- कुछ हीटर कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी हानिकारक गैस छोड़ते हैं
- हवा अत्यधिक सूखी हो जाती है
इन कारणों से रात में हीटर चलाना सुरक्षित नहीं माना जाता। ऑक्सीजन की कमी से चक्कर, सिर दर्द, घुटन और गंभीर मामलों में बेहोशी तक हो सकती है।
हीटर आपकी त्वचा को कैसे नुकसान पहुँचाता है?
हीटर कमरे की नमी खींच लेता है, जिसके कारण त्वचा का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ता है। इससे:
- त्वचा में खिंचाव और रूखापन
- खुजली और जलन
- होंठ फटना
- लाल धब्बे और जलन
बचाव कैसे करें?
- कमरे में पानी की कटोरी या ह्यूमिडिफ़ायर रखें
- हीटर को दूरी पर रखें
- दिन में 1–2 बार मॉइश्चराइज़र लगाएँ
- पूरी रात हीटर ऑन न रखें
हीटर आपकी साँसों और फेफड़ों पर कैसे असर डालता है?
हीटर की सूखी हवा श्वसन तंत्र को परेशान करती है, जिससे ये लक्षण दिख सकते हैं:
- गले में खराश और जलन
- बार-बार खाँसी
- नाक बंद या सूखी नाक
- भारीपन और साँस लेने में दिक्कत
कार्बन मोनोऑक्साइड का खतरा
गैस हीटर कार्बन मोनोऑक्साइड छोड़ते हैं जो:
- सिर दर्द
- चक्कर
- मतली
- घुटन
ऐसी स्थिति में तुरंत कमरे की खिड़कियाँ खोलें और ताज़ी हवा लें।
क्या दिमाग और दिल के लिए भी हीटर खतरनाक हो सकता है?
जब कमरे में ऑक्सीजन कम होती है, तो दिमाग और दिल को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इससे:
- सिर दर्द और उलझन
- दिल की धड़कन बढ़ना
- बेहोशी
- गंभीर मामलों में स्ट्रोक का खतरा
बच्चों और बुज़ुर्गों के लिए हीटर के खतरे
बच्चों के लिए
- त्वचा जल्दी सूख जाती है
- डिहाइड्रेशन
- खुजली
- साँसों में घुटन
बुज़ुर्गों के लिए
- साँसों की समस्या बढ़ सकती है
- दिल पर दबाव
- खाँसी और भारीपन
हीटर से आँखों और बालों को क्यों होता है नुकसान?
नमी कम होने पर आँखें सूख जाती हैं और बाल बेजान होने लगते हैं।
- आँखों में जलन और खुजली
- कंजंक्टिवाइटिस का खतरा
- स्कैल्प सूखना
- डैंड्रफ और बाल झड़ना
बचाव के उपाय
- हीटर को चेहरे के पास न रखें
- कमरे में पानी रखें
- बालों में तेल लगाएँ
- खिड़की थोड़ी खोलें
हीटर का सही और सुरक्षित उपयोग कैसे करें?
- वेंटिलेशन रखें
- हीटर को कपड़ों से दूर रखें
- बच्चों से दूर रखें
- सोने से पहले हीटर बंद करें
- नियमित सर्विस करवाएँ
- कमरे में नमी बनाए रखें
निष्कर्ष
हीटर सर्दियों में आराम देता है, लेकिन इसे सावधानी से इस्तेमाल करना बेहद ज़रूरी है। थोड़ी वेंटिलेशन, थोड़ी नमी और थोड़ी सावधानी—ये आपको सुरक्षित रखते हैं।
FAQs
1. क्या हीटर आपकी त्वचा को टैन कर सकते हैं?
हीटर त्वचा को टैन नहीं करते, लेकिन सूखापन बढ़ाते हैं।
2. रूम हीटर के दुष्प्रभाव क्या हैं?
त्वचा फटना, आँखों में जलन, खाँसी और सिर दर्द आम दुष्प्रभाव हैं।
3. क्या हीटर त्वचा के लिए हानिकारक है?
हाँ, अगर बहुत पास से इस्तेमाल करें तो त्वचा की नमी घटती है।
4. क्या हीटर चालू करके सोना सुरक्षित है?
नहीं। रातभर हीटर चलाना खतरनाक है।
5. बंद कमरे में हीटर चलाने से क्या होता है?
ऑक्सीजन कम होती है और हवा सूख जाती है।
6. क्या हीटर से बाल झड़ते हैं?
हाँ, सूखी हवा स्कैल्प को डिहाइड्रेट करती है जिससे बाल झड़ते हैं।










































