
Successful Treatments
Clinics
Doctors
Symptoms
मुँह के छाले क्या होते हैं? (What is Mouth Ulcer)
मुँह के छाले छोटे, दर्दनाक या जलन वाले घाव होते हैं जो जीभ, होंठों के अंदर, गालों या मुँह की छत पर बनते हैं। इनसे खाना, बोलना और पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। सामान्यतः ये कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन बार-बार होना शरीर में असंतुलन का संकेत है।
आयुर्वेद क्या कहता है?
आयुर्वेद में मुँह के छालों को मुखपाक कहा गया है। यह मुख्यतः पित्त दोष के असंतुलन और पाचन तंत्र की गड़बड़ी के कारण होता है। जब शरीर में गर्मी बढ़ती है या आम (toxins) जमा हो जाते हैं, तो मुँह के अंदर छाले बनने लगते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, केवल दवा नहीं बल्कि जीवनशैली सुधार और पाचन सुधार के माध्यम से इनका स्थायी इलाज संभव है।
मुँह के छालों के प्रकार (Types of Mouth Ulcers)
- 1. एप्थस अल्सर (Aphthous Ulcer): सबसे आम प्रकार, सफेद या पीले रंग के छोटे छाले, किनारे लाल। पित्त वृद्धि, तनाव और पेट की गर्मी से होते हैं।
- 2. ऑरल लायकेन प्लेनस: इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी से मुँह में सफेद-जाली जैसे निशान बनते हैं।
- 3. थ्रश (Oral Thrush): फंगल संक्रमण के कारण, खासकर बच्चों या कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में।
- 4. लीयुकोप्लाकिया और एरिथ्रोप्लाकिया: तंबाकू या धूम्रपान के कारण सफेद/लाल पैच जो कभी-कभी कैंसर का संकेत होते हैं।
मुँह के छालों के कारण (Common Causes)
- तेज़ मिर्च-मसाले या बहुत गरम खाना
- पाचन की गड़बड़ी या कब्ज़
- तनाव और नींद की कमी
- गाल या जीभ काट लेना
- तंबाकू या धूम्रपान का सेवन
- हार्मोनल बदलाव या पीरियड्स के दौरान परिवर्तन
- खट्टे या एसिडिक फल (जैसे नींबू, टमाटर)
- मुँह की सफाई में लापरवाही
- विटामिन B12, आयरन या फोलिक एसिड की कमी
मुँह के छालों के लक्षण (Symptoms)
- मुँह के अंदर सफेद या पीले रंग के छोटे घाव
- खाने-पीने में जलन या दर्द
- बात करने में परेशानी
- मुँह में सूजन या भारीपन
- थोड़ी बदबू या स्वाद में बदलाव
- 3 सप्ताह से ज़्यादा समय तक न भरना — गंभीर संकेत
जीवा आयुनिक™ उपचार पद्धति (Jiva Ayunique™ Approach)
- आयुर्वेदिक औषधियाँ: पित्त शांत करने वाली दवाएँ जैसे त्रिफला, मुलेठी, आंवला, और शहद आधारित मिश्रण।
- पंचकर्म एवं शीतल उपचार: शरीर की गर्मी और विषैले तत्वों को बाहर निकालना।
- योग और ध्यान: मानसिक तनाव को घटाकर शरीर का संतुलन बनाए रखना।
- आहार और दिनचर्या: ठंडी, सुपाच्य चीज़ें खाना, देर रात तक न जागना, और मसालेदार भोजन से परहेज़।
मुँह के छालों के लिए आयुर्वेदिक दवाएँ और घरेलू उपाय (Ayurvedic Remedies)
- तुलसी: 4-5 पत्ते चबाने से दर्द और सूजन कम होती है।
- शहद: ठंडक देता है और घाव भरने में मदद करता है।
- मुलेठी: शहद में मिलाकर लगाने से छाले जल्दी भरते हैं।
- आंवला: पित्त संतुलित करता है और शरीर को ठंडक देता है।
- त्रिफला: एंटीसेप्टिक गुणों से मुँह को साफ़ रखता है।
- लौंग का तेल: दर्द और जलन में त्वरित राहत देता है।
- एलोवेरा जेल: ठंडक और उपचार के लिए अत्यंत लाभकारी।
- सौंफ और इलायची: पाचन सुधारती हैं और मुँह की दुर्गंध दूर करती हैं।
जीवनशैली सुझाव (Lifestyle & Diet Tips)
- ठंडी, सुपाच्य और हल्की चीज़ें खाएँ।
- खट्टे, तीखे और तले भोजन से परहेज़ करें।
- भरपूर पानी पिएँ और पेट साफ़ रखें।
- तनाव से बचें और नींद पूरी लें।
- धूम्रपान, तंबाकू और शराब से दूरी बनाएँ।
आज ही प्राकृतिक राहत पाएँ
अगर मुँह के छाले बार-बार हो रहे हैं, तो अब केवल क्रीम या जेल से राहत पाने के बजाय आयुर्वेदिक उपचार अपनाएँ। जीवा आयुर्वेद में आपके शरीर के दोष, पाचन और दिनचर्या के अनुसार व्यक्तिगत इलाज योजना बनाई जाती है ताकि छाले दोबारा न हों।
CTA: 0129-4264323 पर कॉल करें और जीवा आयुर्वेद विशेषज्ञ से नि:शुल्क परामर्श प्राप्त करें।
Our Happy Patients
Blogs
Home Remedies
- पेट में गैस, जलन या संक्रमण? इन घरेलू उपायों से पाएं राहत
- पेट में गैस, अपच और फुलाव का आयुर्वेदिक इलाज - मुफ़्त परामर्श
- एनल फिशर से परेशान हैं? ये आयुर्वेदिक नुस्खे देंगे राहत और आराम
- कब्ज़ का आयुर्वेदिक इलाज - मुफ़्त परामर्श
- एसिड रिफ्लक्स का घरेलू इलाज - मुफ़्त आयुर्वेदिक परामर्श
- Food Poisoning का आयुर्वेदिक इलाज - मुफ़्त परामर्श
- क्या बार-बार उल्टी हो रही है? इन घरेलू उपायों से पाएं तुरंत आराम
- क्या आप जानते हैं? इन नुस्खों से पेट दर्द जड़ से खत्म होता है!
- बार-बार एसिडिटी? ये देसी नुस्खे तुरंत देंगे आराम!
- दवा की ज़रूरत नहीं! लूज़ मोशन का रामबाण इलाज घर पर ही
- Home Remedies for Vomiting
- Home Remedies for Piles
- Home Remedies for Food Poisoning
- Home Remedies for Stomach Infection
- Home Remedies for Bloating
- Home Remedies for Anal Fissure
- Home Remedies for Constipation
- Home Remedies for Acid Reflux
- Home Remedies for Acidity
- Home Remedies for Stomach Pain
Related Disease
Latest Blogs
- क्या पिंक सॉल्ट के बिना खाना वाकई हेल्दी है? जानिए आयुर्वेद में नमक का संतुलन क्यों ज़रूरी है
- बार-बार चिंता करना सिर्फ़ मानसिक नहीं, शारीरिक दोषों को भी बढ़ाता है – जानिए समाधान आयुर्वेद में
- काम करते हुए खाना – क्यों नहीं मिलता असली पोषण? जानिए आयुर्वेदिक चेतावनी
- गर्म पानी से सिर धोना – क्यों आयुर्वेद में इसे मना किया गया है? जानिए बालों और मस्तिष्क पर असर
- गर्म और ठंडी चीज़ें एक साथ खाना – जैसे दही के साथ परांठा – आयुर्वेद क्या कहता है?
- बार-बार तला खाना – क्यों बढ़ाता है ‘आम’? जानिए आयुर्वेद से
- रात 12 बजे के बाद सोना – क्या यह आपकी जीवन ऊर्जा (ओजस) को कम कर रहा है?
- सोने से पहले मोबाइल चलाना – नींद ही नहीं, मस्तिष्क को भी करता है प्रभावित
- रोज़ रात को मीठा खाने की आदत – आयुर्वेद में इसे क्यों माना गया है हानिकारक?
- ज्यादा मिर्च और मसालों से स्वाद तो बढ़ता है, लेकिन क्या ये पित्त दोष भी बढ़ाते हैं?
- खाना चबाए बिना निगलना – पाचन के लिए कितना हानिकारक? आयुर्वेद से जानिए
- खाना खाते समय पानी पीना – क्या यह आपकी पाचन अग्नि को बुझा रहा है?
- हर चीज़ में नींबू डालना क्या वाकई फायदेमंद है? जानिए कब यह पित्त को बढ़ा सकता है
- एलुमिनियम के बर्तन में खाना बनाना – आयुर्वेद के अनुसार यह क्यों हानिकारक है?
- बार-बार गर्म किया खाना – सेहत के लिए कितना हानिकारक? जानिए आयुर्वेद से
- बहुत गरम चाय पीने की आदत – क्या इससे बढ़ता है अम्लपित्त (acidity)?
- लगातार बैठने से सिर्फ़ पीठ नहीं, पाचन भी बिगड़ता है – जानिए समाधान आयुर्वेद से
- खड़े होकर पानी पीना कितना सही है? जानिए पाचन और वात दोष पर इसका असर
- खाने के बाद लेट जाना – सिर्फ़ सुस्ती नहीं, यह आपकी अग्नि को भी धीमा कर रहा है
- सुबह उठते ही मोबाइल देखने से क्या होता है? आयुर्वेद में बताए गए ब्रह्म मुहूर्त के फायदे
Ayurvedic Doctor In Top Cities
- Ayurvedic Doctors in Bangalore
- Ayurvedic Doctors in Pune
- Ayurvedic Doctors in Delhi
- Ayurvedic Doctors in Hyderabad
- Ayurvedic Doctors in Indore
- Ayurvedic Doctors in Mumbai
- Ayurvedic Doctors in Lucknow
- Ayurvedic Doctors in Kolkata
- Ayurvedic Doctors in Patna
- Ayurvedic Doctors in Vadodara
- Ayurvedic Doctors in Ahmedabad
- Ayurvedic Doctors in Chandigarh
- Ayurvedic Doctors in Gurugaon
- Ayurvedic Doctors in Jaipur
- Ayurvedic Doctors in Kanpur
- Ayurvedic Doctors in Noida
- Ayurvedic Doctors in Ranchi
- Ayurvedic Doctors in Bhopal
- Ayurvedic Doctors in Ludhiana
- Ayurvedic Doctors in Dehradun
