Diseases Search
Close Button

हर दिन का पाचन बने आसान –
आयुर्वेद के साथ

जीवा आयुर्वेद से पाएँ प्राकृतिक इलाज और स्वस्थ पेट की देखभाल –
गैस, अपच से लेकर कब्ज़ और एसिडिटी तक

पाचन से जुड़ी समस्याओं का आयुर्वेदिक इलाज

Categories

Disease

पाचन से जुड़ी समस्याओं का आयुर्वेदिक इलाज

पाचन से जुड़ी समस्याएँ क्या होती हैं? (What are Digestive Disorders?)

पाचन तंत्र की समस्याएँ उन तकलीफ़ों को कहा जाता है जो आपके खाने को ठीक से पचाने, पोषण को शरीर में पहुँचाने और अपशिष्ट को बाहर निकालने में रुकावट पैदा करती हैं। जब पेट ठीक से काम नहीं करता, तो आपको गैस, एसिडिटी, कब्ज़, पेट दर्द, दस्त, भूख न लगना, उल्टी या भारीपन जैसी समस्याएँ होने लगती हैं।

आजकल की भागदौड़ वाली ज़िंदगी, अनियमित खानपान, जंक फूड, देर रात खाना खाना, तनाव और नींद की कमी—ये सभी आपके पाचन को कमज़ोर बना देती हैं। यही कारण है कि आज के समय में हर उम्र के लोग पाचन से जुड़ी किसी न किसी परेशानी से जूझ रहे हैं। एक शोध के अनुसार, भारत में हर 10 में से 7 लोग किसी न किसी तरह की पाचन समस्या से परेशान हैं।

आधुनिक इलाज अक्सर केवल लक्षणों को दबाते हैं, जैसे गैस के लिए ऐंटासिड या कब्ज़ के लिए लैक्सेटिव, लेकिन ये समस्याएँ बार-बार वापस आ जाती हैं।

आयुर्वेद के अनुसार, पाचन की जड़ में होता है ‘अग्नि’ यानी पाचन अग्नि। जब आपकी अग्नि संतुलित होती है, तो खाना अच्छे से पचता है और शरीर स्वस्थ रहता है। लेकिन अगर अग्नि कमज़ोर या असंतुलित हो जाए, तो शरीर में आम (toxins) बनने लगते हैं जो धीरे-धीरे बीमारियों को जन्म देते हैं।

जीवा आयुर्वेद में पाचन तंत्र की समस्याओं का इलाज सिर्फ लक्षणों को दबाने का नहीं, बल्कि जड़ से बीमारी को समझकर उसका इलाज करने का है वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के, पूरी तरह प्राकृतिक तरीके से।

जीवा में इलाज होने वाली पाचन से जुड़ी समस्याएँ (Types of Digestive Disorders)

आयुर्वेद में हर बीमारी की जड़ उसके असंतुलित दोष और कमज़ोर पाचन अग्नि को माना जाता है। जीवा आयुर्वेद में आपको पाचन तंत्र से जुड़ी कई पुरानी और जटिल बीमारियों का जड़ से इलाज मिलता है, जो न केवल लक्षणों को ठीक करता है बल्कि आपके पेट और शरीर को फिर से संतुलित करता है। नीचे आपको उन सभी समस्याओं की जानकारी मिलेगी जिनका इलाज जीवा में किया जाता है।

Acid Reflux (अम्लपित्त)

अम्लपित्त तब होता है जब पेट का अम्ल भोजन नली में ऊपर की तरफ चढ़ने लगता है, जिससे आपको सीने में जलन, खट्टी डकारें और गले में खराश महसूस हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर तेज़ पित्त अग्नि, अधिक तली-मसालेदार चीज़ें खाने, खाली पेट लंबे समय तक रहने या अत्यधिक तनाव के कारण होती है। जीवा आयुर्वेद में इसका इलाज पित्त संतुलन और अग्नि को सामान्य करने के माध्यम से किया जाता है।

Anemia (पांडु रोग)

पांडु रोग तब होता है जब शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिससे आपको लगातार थकावट, सिर घूमना, साँस फूलना और त्वचा पीली नज़र आने लगती है। यह खराब पाचन, पौष्टिक भोजन की कमी और मंद अग्नि के कारण शरीर में रक्तधातु की कमी से होता है। आयुर्वेद में इसका इलाज रक्तवर्धक औषधियों और पाचन सुधारने वाले उपायों से किया जाता है।

Anorexia (अरुचि)

अरुचि एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को भूख नहीं लगती और खाने से मन हट जाता है। यह आमतौर पर मानसिक तनाव, पित्त दोष बढ़ना, लगातार कब्ज़ या पेट में आम के जमाव के कारण होता है। लक्षणों में पेट भारी लगना, उल्टी जैसा महसूस होना और भूख का पूरी तरह से खत्म हो जाना शामिल है। आयुर्वेद में इसे अग्नि संतुलन और रुचिवर्धक औषधियों से ठीक किया जाता है।

Chronic Fatigue Syndrome (लगातार थकावट की स्थिति)

लगातार थकावट की स्थिति एक ऐसी समस्या है जिसमें बिना किसी भारी शारीरिक कार्य के भी थकावट बनी रहती है। यह कमज़ोरी, भारीपन, ध्यान केंद्रित न कर पाना और हमेशा सुस्त महसूस होने जैसे लक्षणों के रूप में दिखाई देती है। आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर में आम के बढ़ने और अग्नि के मंद होने के कारण होती है, जिससे मांसधातु और ऊर्जा का क्षय होता है।

आयुर्वेद पाचन तंत्र की समस्याओं को कैसे समझता है

आयुर्वेद के अनुसार, पाचन तंत्र की ज़्यादातर समस्याओं की जड़ होती है अग्नि का कमज़ोर होना...

आयुर्वेदिक इलाज के फ़ायदे

  • लक्षण नहीं, जड़ से इलाज: आयुर्वेद में हर व्यक्ति का इलाज उसकी प्रकृति, दोष असंतुलन और पाचन अग्नि के अनुसार किया जाता है।
  • पूरी तरह प्राकृतिक और सुरक्षित: जीवा की हर्बल दवाएँ केमिकल-फ्री होती हैं और किसी भी उम्र के लिए सुरक्षित हैं।
  • इम्युनिटी और मेटाबॉलिज़्म को बढ़ावा: संतुलित अग्नि से शरीर को सही पोषण मिलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार: आयुर्वेदिक इलाज से नींद, भूख और ऊर्जा स्तर बेहतर होता है।
  • व्यक्तिगत उपचार प्लान: हर व्यक्ति को उसकी प्रकृति और रोग के अनुसार उपचार दिया जाता है।

पाचन तंत्र की समस्याओं में इस्तेमाल होने वाले आयुर्वेदिक इलाज और थैरेपी

आयुर्वेदिक हर्ब्स

  • त्रिफला: कब्ज़ को ठीक करता है और अग्नि को संतुलित करता है।
  • अविपत्तिकर चूर्ण: अम्लपित्त और जलन में लाभदायक।
  • कुटज: दस्त और आँतों की सूजन में उपयोगी।
  • अजवाइन और सौंठ: गैस और पेट फूलने में असरदार।
  • इसबगोल: मल को मुलायम बनाता है और आँतों को साफ करता है।
  • आंवला और घृतकुमारी: एसिडिटी और जलन में राहत देता है।

पंचकर्म थैरेपी

  • विरेचन (Purgation Therapy): पित्त दोष को संतुलित करता है।
  • बस्ती (Medicated Enema): वात दोष के इलाज में प्रभावशाली।
  • वमन (Therapeutic Vomiting): कफ दोष से राहत देता है।
  • अभ्यंग (Oil Massage): अग्नि को संतुलित करता है और वात को शांत करता है।
  • स्वेदन (Steam Therapy): शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है।
  • नस्य (Nasal Therapy): मानसिक तनाव से जुड़ी पाचन समस्याओं में सहायक।

Jiva Ayunique™ – हमारा इलाज का विशेष दृष्टिकोण

Jiva Ayunique™ एक व्यक्तिगत उपचार मॉडल है जो हर मरीज़ की प्रकृति, जीवनशैली और बीमारी की जड़ को समझकर इलाज करता है...

मुख्य घटक:

  • HACCP सर्टिफाइड हर्बल दवाएँ
  • व्यक्तिगत डाइट और लाइफस्टाइल प्लान
  • पारंपरिक आयुर्वेदिक थैरेपी
  • योग, मेडिटेशन और माइंडफुलनेस
  • नियमित उपचार मॉनिटरिंग

इलाज शुरू करने के आसान 3 कदम

  1. निःशुल्क परामर्श बुक करें: कॉल या वीडियो के माध्यम से विशेषज्ञ डॉक्टर से बात करें।
  2. जड़ कारण की पहचान कराएँ: डॉक्टर आपकी प्रकृति और दोष स्थिति के आधार पर कारण बताते हैं।
  3. अपना व्यक्तिगत उपचार शुरू करें: हर्बल औषधियाँ, पंचकर्म और डाइट प्लान से जड़ से सुधार करें।

अब और इंतज़ार क्यों? पेट को दो सही इलाज और राहत

पाचन की छोटी सी गड़बड़ी भी जब लंबे समय तक बनी रहती है, तो वह धीरे-धीरे आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित करने लगती है...

आप घर बैठे ऑनलाइन (फोन या वीडियो कॉल) परामर्श ले सकते हैं या चाहें तो नज़दीकी जीवा क्लिनिक में जाकर डॉक्टर से आमने-सामने मिल सकते हैं।

अभी जीवा विशेषज्ञ से अपनी फ्री कंसल्टेशन बुक करें। हमें 0129-4264323 पर कॉल करें।

Getting relief from
digestive problems is
just 3 steps away!

Share your Details

Share your Details

Consult a Jiva Doctor

Consult a Jiva Doctor

Get a complete health Package

Get a complete health Package

AyuniqueTM - Our Treatment Philosphy

Every person is unique, hence treatment for the person’s disease must be unique too. Jiva doctors take
the Ayunique™ approach, which includes:

Personalized Treatment and Medicines

Personalized Treatment and Medicines

Completely personalized authentic Ayurvedic medicines based on thorough diagnosis of the root-cause

End-To-End Relief Tracking

End-To-End Relief Tracking

Throughout your treatment journey, a team of health coaches stay connected with you to track your relief progress and help with your health queries.

Diet & Lifestyle Plans Customized Just for You

Diet & Lifestyle Plans Customized Just for You

Customized remedy including diet, therapy and lifestyle planners designed by your doctor to compliment the medicines for holistic treatment of the root-cause

Our Happy Patients

  • Urmila Ray - Joint Pain
  • Deepika - Infertility
  • Ranveer Singh - Knee Pain
  • Anil Kumari Verma - Arthritis
  • Sukhvinder Kaur - Knee Pain & Depression
  • Pankaj Gulati - Leg Pain
  • Kusumlata - Back Pain
  • Sunita Malik - Knee Pain
  • Abhishek Mal - Diabetes
  • Vidit Aggarwal - Psoriasis
  • Shanti - Sleeping Disorder
  • Ranjana - Arthritis
  • Jyoti - Migraine
  • Renu Lamba - Diabetes
  • Kamla Singh - Bulging Disc
  • Rajesh Kumar - Psoriasis
  • Dhruv Dutta - Diabetes
  • Atharva - Respiratory Disease
  • Amey - Skin Problem
  • Asha - Joint Problem
  • Sanjeeta - Joint Pain
  • A B Mukherjee - Acidity
  • Deepak Sharma - Lower Back Pain
  • Vyjayanti - Pcod
  • Sunil Singh - Thyroid
  • Sarla Gupta - Post Surgery Challenges
  • Syed Masood Ahmed - Osteoarthritis & Bp

Latest Blogs


Book Free Consultation Call Us