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बार-बार गर्म किया खाना – सेहत के लिए कितना हानिकारक? जानिए आयुर्वेद से

Information By Dr. Keshav Chauhan

भारत में ज़्यादातर घरों में समय और मेहनत बचाने के लिए बचा हुआ खाना या तेल दोबारा इस्तेमाल करने की आदत आम है। हाल ही में एक भारतीय अध्ययन में पाया गया कि करीब 80% परिवार तलने के बाद बचा हुआ तेल फिर से पकाने में इस्तेमाल करते हैं। यह आँकड़ा साफ दिखाता है कि हम भारतीय खाने को दोबारा गर्म करने या दोबारा इस्तेमाल करने की आदत को कितना सामान्य मानते हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बार-बार गर्म किया हुआ खाना आपके शरीर पर क्या असर डालता है? आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों मानते हैं कि यह आदत आपके पाचन, पोषण और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है। धीरे-धीरे यही आदत गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती है। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएँगे कि बार-बार गर्म किया खाना क्यों नुकसान करता है, आयुर्वेद इसमें क्या कहता है और आपको क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए।

बार-बार गर्म किया खाना क्यों आदत बन जाती है? (Why Does Reheating Food Become A Habit?)

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में आपके पास अक्सर इतना समय नहीं होता कि आप रोज़ ताज़ा खाना बनाएँ। दफ्तर जाने की जल्दी, बच्चों का स्कूल, घर के दूसरे काम – इन सबके बीच कई बार आप एक ही बार में ज़्यादा खाना बना लेते हैं ताकि बार-बार रसोई में खड़ा न होना पड़े। फिर वही खाना आप फ्रिज में रखकर बाद में दोबारा गर्म करके खा लेते हैं।

  • कई बार आपको लगता है कि इससे समय बचेगा।

  • कभी यह सोचकर आप ऐसा करते हैं कि खाना बर्बाद न हो।

  • कई बार सुविधा के लिए आप हफ़्ते भर का खाना पहले से तैयार कर लेते हैं।

धीरे-धीरे यह आपकी आदत बन जाती है। आपको लगता है कि इसमें कोई नुकसान नहीं है, लेकिन सच यही है कि यही सुविधा आपकी सेहत के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकती है।

क्या बार-बार गर्म किया खाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक है? (Is Reheated Food Harmful For Your Health?)

अगर आप सोचते हैं कि खाना बार-बार गर्म करके खाने से कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता, तो यह समझना ज़रूरी है कि ऐसा करने से आपका शरीर धीरे-धीरे नुकसान झेलता है।

  1. पोषण का नुकसान

    • जब आप किसी भोजन को बार-बार गर्म करते हैं तो उसमें मौजूद विटामिन और मिनरल्स धीरे-धीरे नष्ट हो जाते हैं।

    • यानी आप वही खाना खा रहे हैं लेकिन उसमें सेहत बनाने वाला हिस्सा कम होता चला जाता है।

  2. टॉक्सिन्स यानी ज़हर का बनना

    • आधुनिक विज्ञान कहता है कि बार-बार गर्म किए खाने में हानिकारक रसायन बनने लगते हैं।

    • ये शरीर में जाकर धीरे-धीरे जमा होते हैं और गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं।

  3. पाचन पर असर

    • आपको महसूस होगा कि बार-बार गर्म किया खाना खाने से पेट में भारीपन, गैस या अपच जैसी दिक्कतें जल्दी होती हैं।

    • क्योंकि यह खाना शरीर के लिए आसानी से टूटता और पचता नहीं है।

  4. खास खाद्य पदार्थ ज़्यादा खतरनाक

    • प्रोटीन वाले भोजन जैसे अंडा या चिकन बार-बार गर्म करने से उनका संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे उन्हें पचाना मुश्किल हो जाता है।

    • चावल और पास्ता में बैक्टीरिया पनप सकते हैं जो दुबारा गर्म करने पर भी पूरी तरह खत्म नहीं होते।

    • आलू, ब्रेड और तले हुए स्नैक्स में बार-बार गर्म करने पर अक्रिलामाइड नामक रसायन बनता है, जो लंबे समय में कैंसर का कारण बन सकता है।

तो अगर आपको लगता है कि खाना बार-बार गर्म करना सिर्फ़ एक छोटी सी आदत है, तो याद रखिए कि यही आदत आपके शरीर को धीरे-धीरे बीमार कर सकती है।

आयुर्वेद बार-बार गर्म किए खाने के बारे में क्या कहता है? (What Does Ayurveda Say About Reheated Food?)

आयुर्वेद हमेशा से कहता आया है कि खाना जितना ताज़ा होगा, उतना ही शरीर के लिए अमृत जैसा होगा। पुराने और बार-बार गर्म किए गए खाने को आयुर्वेद “अमवर्धक” और “वीर्यहीन” कहता है।

  • अमवर्धक: इसका मतलब है ऐसा भोजन शरीर में आम (टॉक्सिन्स या अपशिष्ट) को बढ़ाता है। जब शरीर में आम जमा होने लगती है, तो रोगों का घर बनता है।

  • वीर्यहीन: यानी ऐसा खाना शरीर को ताकत नहीं देता। आप उसे खा तो लेते हैं, लेकिन वह न तो ऊर्जा देता है और न ही ओज (इम्युनिटी और जीवनशक्ति) को बढ़ाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, जब आप बार-बार गर्म किया खाना खाते हैं तो:

  • आपकी पाचन शक्ति (अग्नि) कमज़ोर होती है।

  • खाना ठीक से पचता नहीं और शरीर में आम बनने लगता है।

  • यह धीरे-धीरे शरीर की ताकत को खत्म करता है और रोगों का कारण बनता है।

यानी आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही एक ही चेतावनी देते हैं – बार-बार गर्म किया खाना आपकी सेहत के लिए ज़हर बन सकता है।

आधुनिक विज्ञान क्या कहता है बार-बार खाना गर्म करने पर? (What Does Modern Science Say About Reheating Food Multiple Times?)

आपको लग सकता है कि बार-बार खाना गर्म करने से कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता, लेकिन आधुनिक विज्ञान इसे गंभीरता से लेने की सलाह देता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अगर आप पका हुआ खाना दोबारा गर्म कर रहे हैं, तो उसका तापमान कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचना चाहिए ताकि उसमें मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो सकें। लेकिन यह प्रक्रिया सिर्फ़ एक बार ही सुरक्षित मानी जाती है।

जब आप वही खाना बार-बार गर्म करते हैं, तो इसमें कई तरह के नुकसान होने लगते हैं:

  • पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं: बार-बार गर्म करने से खाने में मौजूद विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन धीरे-धीरे टूट जाते हैं।

  • बैक्टीरिया का खतरा: बचे हुए चावल या पास्ता जैसी चीज़ों में Bacillus cereus जैसे बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो दोबारा गर्म करने के बाद भी पूरी तरह खत्म नहीं होते और फूड पॉइज़निंग का खतरा बढ़ा देते हैं।

  • प्रोटीन का असंतुलन: अंडा, चिकन या अन्य प्रोटीन वाली चीज़ों को बार-बार गर्म करने पर उनका स्ट्रक्चर बदल जाता है, जिससे उन्हें पचाना मुश्किल हो जाता है।

  • हानिकारक रसायन का बनना: खासकर स्टार्च वाले भोजन (जैसे आलू, ब्रेड या तले हुए स्नैक्स) में हानिकारक रसायन बनने लगता है, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक है।

यानी विज्ञान भी यही कहता है कि खाना बार-बार गर्म करना शरीर के लिए धीरे-धीरे ज़हर खाने जैसा है।

कौन-कौन से खाद्य पदार्थ बार-बार गर्म करने पर ज़्यादा नुकसान पहुँचाते हैं? (Which Foods Become More Harmful When Reheated Multiple Times?)

हर तरह का खाना बार-बार गर्म करने पर नुकसान कर सकता है, लेकिन कुछ खास खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जिनमें खतरा और ज़्यादा बढ़ जाता है। अगर आप इनका सेवन बार-बार गर्म करने के बाद करते हैं, तो आपकी सेहत पर सीधा असर पड़ सकता है।

  1. चावल और पास्ता

    • इनमें बैक्टीरिया जल्दी पनपते हैं।

    • दोबारा गर्म करने पर भी ये पूरी तरह नष्ट नहीं होते।

    • ऐसे में आपको दस्त, उल्टी या फूड पॉइज़निंग की समस्या हो सकती है।

  2. अंडा और चिकन

    • प्रोटीन का स्ट्रक्चर बदल जाता है।

    • इसे पचाना आपके पेट के लिए मुश्किल हो जाता है।

    • ज़्यादा बार गर्म करने पर यह आपके पाचन तंत्र पर बोझ डाल सकता है।

  3. आलू, ब्रेड और तले हुए स्नैक्स (जैसे समोसा, पकौड़ा)

    • बार-बार गर्म करने पर हानिकारक रसायन बनता है।

    • यह रसायन लंबे समय तक शरीर में रहकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

  4. हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ

    • इनमें मौजूद नाइट्रेट बार-बार गर्म करने पर हानिकारक रूप में बदल सकते हैं।

    • यह शरीर पर ज़हरीला असर डालते हैं और खून की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं।

  5. दालें और दाल से बने व्यंजन

    • दालों में मौजूद प्रोटीन भी बार-बार गर्म करने पर पचने में मुश्किल हो जाते हैं।

    • इससे गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्या बढ़ सकती है।

अगर आप सोचते हैं कि खाना बच गया है तो उसे कई बार गर्म करके खा लेना सही है, तो यह समझ लीजिए कि ऐसा करना आपके शरीर के लिए हर बार एक नया खतरा जोड़ देता है।

क्या सच में बार-बार गर्म किया खाना कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है? (Can Reheated Food Increase The Risk of Cancer?)

यह सवाल बहुत आम है और आपके मन में भी आ सकता है। इसका जवाब है – हाँ, लंबे समय तक ऐसा करने से कैंसर का खतरा सच में बढ़ सकता है।

  • अक्रिलामाइड का बनना

    • आलू, ब्रेड और तले हुए व्यंजन को बार-बार गर्म करने पर अक्रिलामाइड नामक केमिकल बनता है।

    • कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि अक्रिलामाइड का ज़्यादा सेवन शरीर में कैंसरकारी प्रभाव डाल सकता है।

  • बैक्टीरिया से जुड़ा खतरा

    • चावल या पास्ता जैसी चीज़ों में पनपे बैक्टीरिया सीधे तौर पर कैंसर नहीं बनाते, लेकिन बार-बार होने वाली फूड पॉइज़निंग और शरीर में बढ़ते टॉक्सिन्स लंबे समय में कोशिकाओं को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

  • पोषण की कमी और कमज़ोर इम्युनिटी

    • जब आप बार-बार गर्म किया खाना खाते हैं तो शरीर को पूरा पोषण नहीं मिलता।

    • कमज़ोर इम्युनिटी और लगातार जमा होते टॉक्सिन्स शरीर को बड़ी बीमारियों की तरफ धकेल सकते हैं, जिसमें कैंसर भी शामिल है।

यानी यह सिर्फ़ एक सिद्धांत नहीं है, बल्कि विज्ञान ने भी इस खतरे को मान्यता दी है। अगर आप बार-बार गर्म किया खाना खाते हैं, तो आप न केवल पोषण से वंचित रह जाते हैं, बल्कि अपने शरीर को धीरे-धीरे एक गंभीर बीमारी की तरफ भी ले जा सकते हैं।

बार-बार गर्म किए खाने से पाचन और शरीर पर क्या असर पड़ता है? (What Are The Effects of Reheated Food on Digestion and the Body?)

जब आप बार-बार गर्म किया हुआ खाना खाते हैं, तो सबसे पहले इसका असर आपके पाचन पर पड़ता है।

  • भारीपन और गैस की समस्या: ऐसा खाना पेट में आसानी से टूटता नहीं है। आपको अक्सर भारीपन, गैस या पेट फूलने जैसी समस्या महसूस हो सकती है।

  • अजीर्ण और अपच: पका हुआ और ताज़ा खाना जहाँ जल्दी पच जाता है, वहीं बार-बार गर्म किया खाना आंतों में रुककर अपच का कारण बनता है।

  • आम का बढ़ना: आयुर्वेद कहता है कि बार-बार गर्म किए खाने से शरीर में आम (टॉक्सिन्स) बनने लगते हैं। यह धीरे-धीरे खून को गंदा करता है और शरीर को कमज़ोर बनाता है।

  • इम्युनिटी कम होना: जब आप लंबे समय तक पोषणहीन और टॉक्सिन्स से भरा खाना खाते हैं, तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।

  • थकान और कमज़ोरी: ऐसा भोजन शरीर को असली ऊर्जा नहीं दे पाता। आप खाना तो खा लेते हैं, लेकिन थोड़ी देर में फिर से थकान महसूस करते हैं

यानी पाचन ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर इसका असर होता है। धीरे-धीरे यह आदत कई तरह की बीमारियों की जड़ बन सकती है।

कितनी बार तक खाना गर्म करने से सेहत को नुकसान नहीं पहुँचता? (How Many Times Can You Reheat Food Without Harming Your Health?)

अब सवाल यह है कि अगर खाना बच जाए तो आपको उसे कितनी बार गर्म करना चाहिए।

  • केवल एक बार ही: आधुनिक विज्ञान और WHO दोनों ही कहते हैं कि खाना दोबारा गर्म करना सिर्फ़ एक बार सुरक्षित है।

  • तापमान सही रखें: जब भी आप खाना गर्म करें, तो यह सुनिश्चित करें कि उसका तापमान कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचे, ताकि बैक्टीरिया नष्ट हो सकें।

  • बार-बार ठंडा-गर्म न करें: खाना बार-बार फ्रिज में रखना और फिर दोबारा गर्म करना बिल्कुल सही तरीका नहीं है।

  • फ्रिज से सीधा गर्म करें: अगर खाना बचा हुआ है, तो उसे फ्रिज से निकालकर सीधे गर्म करें और तुरंत खा लें। बीच में लंबे समय तक कमरे के तापमान पर रखना सुरक्षित नहीं है।

इसलिए, अगर आप अपनी सेहत को बचाना चाहते हैं तो आदत बना लीजिए कि खाना सिर्फ़ एक बार ही गर्म करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

जब आप रोज़मर्रा की भागदौड़ में बार-बार गर्म किया खाना खाते हैं, तो आपको लगता है कि इससे समय और मेहनत बच रही है। लेकिन सच यह है कि यही आदत धीरे-धीरे आपकी सेहत को कमज़ोर करती है। शरीर को असली पोषण तभी मिलता है जब खाना ताज़ा और सही तरीके से पका हो। पुराना और बार-बार गर्म किया हुआ खाना आपकी पाचन शक्ति को बिगाड़ सकता है, शरीर में टॉक्सिन्स जमा कर सकता है और लंबे समय में गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकता है।

अगर आप अपनी और अपने परिवार की सेहत को सच में सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो आज से ही ताज़ा, सीमित और पौष्टिक भोजन बनाने की आदत डालिए। यह छोटी-सी आदत आपको बड़े रोगों से बचा सकती है और जीवनभर आपकी ताकत और ऊर्जा को बनाए रख सकती है।

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FAQs

  1. भोजन को बार-बार गर्म करने से क्या हानि होती है?
    बार-बार गर्म किया खाना पोषण खो देता है, पचता मुश्किल होता है और शरीर में टॉक्सिन्स जमा कर सकता है, जिससे गंभीर बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है।
  2. भोजन को कितनी बार गर्म करना चाहिए?
    आपको खाना सिर्फ़ एक बार ही दोबारा गर्म करना चाहिए। उससे ज़्यादा बार गर्म करना शरीर के लिए हानिकारक है और भोजन की गुणवत्ता को बिगाड़ देता है।
  3. किस चीज़ को दोबारा गर्म करने से ज़हर बन जाता है?
    आलू, ब्रेड और तली हुई चीज़ों को बार-बार गर्म करने से अक्रिलामाइड नाम का रसायन बनता है, जो शरीर के लिए ज़हर जैसा असर कर सकता है।
  4. बचे हुए खाने को कब तक रखना सुरक्षित है?
    अगर आपने खाना फ्रिज में सही तरह से रखा है, तो वह 24 घंटे तक सुरक्षित रह सकता है। कोशिश करें कि अगली बार तक उसे खत्म कर दें।
  5. क्या माइक्रोवेव में बार-बार खाना गर्म करना सही है?
    नहीं। चाहे आप गैस पर गर्म करें या माइक्रोवेव में, बार-बार गर्म करने से नुकसान एक जैसा ही होता है। बेहतर है सिर्फ़ एक बार ही गर्म करें।
  6. क्या बार-बार गर्म किया खाना बच्चों को खिलाना ठीक है?
    बिलकुल नहीं। बच्चों की पाचन शक्ति नाज़ुक होती है, इसलिए उन्हें हमेशा ताज़ा खाना ही खिलाएँ। बचा हुआ और बार-बार गर्म किया खाना उनके लिए हानिकारक हो सकता है।
  7. भोजन को गर्म करना कितनी बार सुरक्षित है?
    अगर खाना बच गया है तो उसे सिर्फ़ एक बार दोबारा गर्म करना सुरक्षित है। उसके बाद उसे फेंक देना ही बेहतर है, ताकि सेहत पर असर न पड़े।

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