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बहुत कोशिश के बाद भी वज़न नहीं बढ़ता? जानिए आयुर्वेद में बताए गए 3 असरदार उपाय

Information By Dr. Keshav Chauhan

बहुत कोशिश के बाद भी वज़न नहीं बढ़ता? जानिए आयुर्वेद में बताए गए 3 असरदार उपाय

भारत में हर पाँच में से एक वयस्क व्यक्ति अर्थात लगभग 20% लोग कम वज़न (BMI < 18.5) के समस्या से जूझ रहे हैं। NFHS‑5 (2019‑21) के अनुसार पुरुषों में कम वज़न की दर करीब 19.7% और महिलाओं में लगभग 22.9% है।

अगर आप लगातार कोशिश करने के बावजूद अपनी बॉडी वेट में बढ़ोतरी नहीं देख पा रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। यहाँ हम बात करेंगे तीन असरदार आयुर्वेदिक उपायों की, जो आपके पाचन, ताकत और पोषण सुधारकर वज़न बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

आप जानेंगे कि क्यों वज़न नहीं बढ़ रहा है, कौन‑सी जड़ी‑बूटी आपके लिए सही रहेगी, कब और कैसे शुरू करना चाहिए ताकि धीरे‑धीरे और स्वस्थ तरीके से वज़न बढ़े।

क्यों नहीं बढ़ता है वज़न? जानिए इसके पीछे की वजहें (Why Is Your Weight Not Increasing? Know the Reasons Behind It)

अगर आप खूब खाते हैं, व्याया भी करते हैं लेकिन फिर भी आपका वज़न नहीं बढ़ रहा, तो इसका मतलब है कि शरीर के अंदर कुछ ऐसा है जो सही से काम नहीं कर रहा।

1. पाचन शक्ति का कमज़ोर होना

आप कुछ भी खा लें, अगर आपका पाचन तंत्र कमज़ोर है तो शरीर को सही पोषण नहीं मिलेगा। खाना पेट में जाने के बाद जितना अच्छे से पचेगा, उतना ही अच्छे से शरीर को ताकत और वज़न मिलेगा। बहुत से लोगों को गैस, अपच, भूख न लगना जैसी शिकायतें होती हैं, जो वज़न न बढ़ने की बड़ी वजह हैं।

2. पोषक तत्वों का सही अवशोषण न होना

ज़रूरी नहीं कि आप जो खा रहे हैं, वह शरीर तक पूरा पहुँच रहा हो। अगर आंतों की सेहत अच्छी नहीं है, तो पोषण का अवशोषण (absorption) नहीं होता और वह बाहर निकल जाता है। नतीजा—वज़न नहीं बढ़ता, चाहे जितना भी खा लें।

3. नींद और दिनचर्या की अनदेखी

आपका सोने का समय, उठने का समय, कितना काम करते हैं और कितना आराम करते हैं, ये सब आपके वज़न को प्रभावित करते हैं। अगर आप रात में ठीक से नहीं सोते, तो शरीर को आराम नहीं मिलता और मेटाबॉलिज़्म बिगड़ता है। इससे वज़न बढ़ने की बजाय और कम हो जाता है।

4. बार-बार तनाव में रहना

तनाव और चिंता आपके शरीर में ऐसे हार्मोन पैदा करते हैं जो मांसपेशियों को टूटने और वज़न घटाने की प्रक्रिया को तेज़ कर सकते हैं। आयुर्वेद में कहा गया है कि मन और शरीर दोनों का संतुलन ज़रूरी है।

इसलिए वज़न न बढ़ने के पीछे सिर्फ़ खाना ही नहीं, आपकी जीवनशैली भी बहुत बड़ा कारण हो सकती है।

क्या वजन बढ़ाने के लिए आपने कभी अश्वगंधा आज़माया है? (Have You Ever Tried Ashwagandha for Weight Gain?)

अगर आप बार-बार थकान महसूस करते हैं, शरीर कमज़ोर लगता है और वज़न नहीं बढ़ रहा, तो अश्वगंधा आपकी मदद कर सकता है। यह आयुर्वेद की एक बहुत प्रसिद्ध औषधि है, जो न सिर्फ़ ताकत बढ़ाने में बल्कि शरीर का संतुलन सुधारने में भी मददगार मानी जाती है।

अश्वगंधा का असर 

अश्वगंधा शरीर की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है और तनाव को कम करता है। इससे आपकी भूख बेहतर होती है और खाना पचने लगता है। साथ ही, यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन और अन्य हेल्दी हार्मोन के स्तर को संतुलित करके वज़न बढ़ाने में मदद करता है।

कैसे और कब लें?

  • रोज़ रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में 1-2 चम्मच अश्वगंधा चूर्ण मिलाकर लें।

  • कुछ लोग इसे सुबह भी लेते हैं, लेकिन रात का समय ज़्यादा असरदार माना जाता है।

किसे सावधानी बरतनी चाहिए?

  • अगर आपको थायरॉयड, हाई बीपी या कोई गंभीर रोग है तो पहले जीवा के वैद्य से सलाह लें।

  • गर्भवती महिलाओं को इसे बिना सलाह के नहीं लेना चाहिए।

अश्वगंधा को अकेले न लें, बल्कि अपने खानपान और नींद पर भी बराबर ध्यान दें, तभी इसका असर दिखाई देगा। किसी भी हर्बल दवा को शुरू करने से पहले हमेशा जीवा डॉक्टर से परामर्श करें।

क्या शतावरी से वज़न बढ़ सकता है? इसके फ़ायदे और तरीका जानिए (Can Shatavari Help With Weight Gain? Know its Benefits and Method)

शतावरी भी एक जानी-मानी आयुर्वेदिक औषधि है जो खासकर महिलाओं के लिए बहुत फ़ायदेमंद मानी जाती है। लेकिन यह पुरुषों के लिए भी उतनी ही असरदार है जब बात शरीर को ताकत देने और वज़न बढ़ाने की हो।

कैसे मदद करती है शतावरी? 

शतावरी शरीर में जल संतुलन (fluid balance) बनाए रखती है। यह पाचन शक्ति को सुधारती है और भूख को बढ़ाने में मदद करती है। जब आपका खाना अच्छे से पचेगा और पोषक तत्व शरीर में सही तरह से पहुँचेंगे, तो शरीर में मांसपेशियों का विकास होगा और वज़न भी बढ़ेगा।

पाचन और पोषण में इसका रोल

शतावरी शरीर के अग्नि तत्त्व (पाचन अग्नि) को संतुलित करती है। इसका मतलब है कि खाना ज़्यादा अच्छे से पचेगा और शरीर में लगेगा। यह एक तरह का पौष्टिक औषधि (Nourishing herb) है, जो खासकर कमज़ोर लोगों के लिए बहुत उपयोगी है।

स्त्री और पुरुष दोनों के लिए फ़ायदेमंद:

  • महिलाओं में यह हार्मोनल संतुलन बनाए रखती है और कमज़ोरी को दूर करती है।

  • पुरुषों के लिए यह शरीर को ताकत, ऊर्जा और स्टैमिना देने वाली औषधि मानी जाती है।

कैसे लें शतावरी?

  • 1 चम्मच शतावरी चूर्ण को गर्म दूध में मिलाकर रोज़ रात को लें।

  • आप इसे भोजन के बाद भी ले सकते हैं।

यदि आप अश्वगंधा और शतावरी दोनों को जीवा डॉक्टर की सलाह से लेते हैं, तो इससे वज़न बढ़ाने की प्रक्रिया और तेज़ हो सकती है।

वज़न बढ़ाने में यष्टिमधु एक असरदार जड़ी-बूटी क्यों मानी जाती है? (Why is Yashtimadhu an Effective Herb for Gaining Weight?)

अगर आपकी इम्यूनिटी और पाचन दोनों ही कमज़ोर हैं, तो शरीर में कितना भी खाना क्यों न जाए, उसका असर नहीं दिखेगा। यही वजह है कि बहुत कोशिश के बाद भी कुछ लोगों का वज़न नहीं बढ़ता। ऐसे लोगों के लिए यष्टिमधु (मुलेठी) एक असरदार उपाय मानी जाती है।

कैसे काम करती है यष्टिमधु? 

यष्टिमधु आयुर्वेद में एक रसायन औषधि मानी जाती है, जो शरीर को भीतर से मज़बूत बनाती है।

  • यह पाचन शक्ति को सुधारती है जिससे खाना सही से पच सके।

  • यह इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाकर बार-बार बीमार पड़ने से बचाती है।

  • यह शरीर में सूजन को कम करने, गले की समस्याओं में राहत देने और ऊर्जा बढ़ाने में भी उपयोगी है।

जब पाचन और इम्यूनिटी साथ में ठीक होने लगते हैं, तब ही शरीर में पोषण टिकता है और वज़न बढ़ता है।

यष्टिमधु लेने का सही तरीका:

  • रोज़ सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले 1/2 चम्मच यष्टिमधु चूर्ण को गर्म पानी या दूध के साथ लें।

  • अगर चूर्ण पसंद नहीं, तो टैबलेट या काढ़ा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इन बातों का ध्यान रखें:

  • ज़्यादा मात्रा में इसका सेवन न करें, नहीं तो शरीर में जल प्रतिधारण (water retention) हो सकता है।

  • हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग इसे जीवा के डॉक्टर की सलाह से ही लें।

  • गर्भवती महिलाओं को इससे परहेज़ करना चाहिए।

अगर आप यष्टिमधु को सही तरीके से और सही समय पर लेंगे, तो कुछ ही हफ्तों में आपको वज़न और ताकत दोनों में फ़र्क महसूस होगा।

क्या आपने घर पर बना आयुर्वेदिक प्रोटीन लड्डू आज़माया है? (Have You Tried Homemade Ayurvedic Protein Laddu?)

अगर आप रोज़ सप्लीमेंट्स या भारी-भरकम चीज़ें खा-पीकर भी थक चुके हैं, तो एक बार ये घर का बना आयुर्वेदिक प्रोटीन लड्डू ज़रूर ट्राय करें। यह नुस्खा आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा सुझाया गया है और खासकर दुबले-पतले लोगों के लिए बेहद असरदार माना गया है।

सामग्री जो चाहिए:

  • भुनी हुई मूंगफली का पाउडर

  • कच्चे नारियल का पाउडर

  • देसी गाय का घी

  • पुराना गुड़ या खजूर का पेस्ट

  • इलायची पाउडर (खुशबू के लिए)

बनाने की आसान विधि:

  1. एक पैन में बराबर मात्रा में मूंगफली और नारियल का पाउडर डालकर हल्का भूनें।

  2. फिर उसमें ज़रूरत के हिसाब से घी डालें और मिलाएँ।

  3. इसमें गुड़ या खजूर का पेस्ट डालें और अच्छी तरह पकाएँ।

  4. जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो उसे निकालकर लड्डू बना लें या बर्फी के टुकड़ों में काट लें।

रोज़ कितनी मात्रा में खाएँ?

  • सुबह के नाश्ते में 1 गिलास दूध के साथ 2 लड्डू खाएँ।

  • इसे आप दिन में स्नैक की तरह भी ले सकते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में न लें।

ये लड्डू ना सिर्फ़ वज़न बढ़ाने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर को भरपूर ऊर्जा, खून, मांसपेशियाँ और इम्यूनिटी भी देते हैं। और सबसे अच्छी बात—इनमें कोई हानिकारक रसायन नहीं होता।

आयुर्वेद से वज़न बढ़ाना चाहते हैं? इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें (Want to Gain Weight with Ayurveda? Keep These Things in Mind)

वज़न बढ़ाने के लिए सिर्फ़ जड़ी-बूटियाँ या नुस्खे अपनाना काफ़ी नहीं है। आपको अपनी पूरी दिनचर्या और सोच में बदलाव लाना होगा।

  1. बिना जीवा के वैद्य की सलाह के औषधि न लें:
    हर शरीर की प्रकृति अलग होती है। कोई औषधि किसी को फ़ायदा करती है, तो किसी को नुकसान भी पहुँचा सकती है। इसलिए हमेशा जीवा के अनुभवी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लें।
  2. पाचन ठीक रखना पहली ज़रूरत है:
    आप जो कुछ भी खाते हैं, वो शरीर में तभी लगेगा जब आपका पाचन ठीक होगा। इसीलिए वज़न बढ़ाने से पहले अपने पेट का ख्याल रखें—भोजन समय पर करें, देर रात न खाएँ, और ठंडी चीज़ों से परहेज़ करें।
  3. शरीर के अनुकूल उपाय चुनें:
    अगर आपकी प्रकृति वात है, तो आपको गुनगुनी चीज़ें ज़्यादा सूट करेंगी। वहीं, पित्त प्रकृति वालों को ठंडी और शांत करने वाली औषधियाँ अधिक लाभ देती हैं। कफ वालों को भारी चीज़ें कम मात्रा में लेनी चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

अगर आपका वज़न बढ़ाने का हर तरीका अब तक बेअसर रहा है, तो अब वक्त है अपनी जड़ों की ओर लौटने का, जहाँ आयुर्वेद सिर्फ़ इलाज नहीं, बल्कि एक संतुलित जीवन जीने की कला सिखाता है। अश्वगंधा, शतावरी, यष्टिमधु जैसे उपाय सिर्फ़ शरीर नहीं, मन को भी मज़बूत बनाते हैं। और अगर आप रोज़मर्रा की चीज़ों में थोड़ा बदलाव करें, जैसे नींद पूरी करना, पाचन सुधारना, और घर का बना पोषक खाना अपनाना, तो बिना किसी नुकसान के आपका वज़न भी धीरे-धीरे बढ़ेगा और ऊर्जा भी महसूस होगी।

हर शरीर की ज़रूरत अलग होती है। इसलिए जो तरीका किसी और के लिए काम करता है, ज़रूरी नहीं कि वो आपके लिए भी सही हो। अगर आप वाकई अपने शरीर को समझकर सही दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक सलाह ज़रूर लें।

अपने स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी व्यक्तिगत सलाह के लिए, आज ही हमारे अनुभवी जीवा डॉक्टरों से संपर्क करें। कॉल करें: 0129-4264323

FAQs

वज़न बढ़ाने के लिए कौन सा आयुर्वेदिक उपाय सबसे अच्छा है?
अगर आप जल्दी असर चाहते हैं, तो अश्वगंधा, शतावरी और विदारीकंद को दूध के साथ लेना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन जीवा के डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

क्या केले और दूध से वज़न बढ़ता है?
हाँ, केले में कार्बोहाइड्रेट और दूध में प्रोटीन होता है। दोनों को एक साथ लेने से शरीर को ऊर्जा और पोषण मिलता है, जिससे वज़न बढ़ने में मदद मिलती है।

क्या दही और छाछ वज़न बढ़ाने में मदद करते हैं?
अगर आपका पाचन सही है तो दही और छाछ जैसे किण्वित (fermented) खाद्य पदार्थ वज़न बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इन्हें दोपहर के भोजन में लें।

क्या जंक फूड से वज़न बढ़ाना सही है?
जंक फूड से वज़न तो बढ़ सकता है, लेकिन वह अस्वस्थ फैट होता है। इससे पेट, त्वचा और दिल की समस्याएँ हो सकती हैं। बेहतर है कि आप स्वस्थ तरीकों से वज़न बढ़ाएँ।

क्या खाली पेट मेवा खाना फ़ायदेमंद है वज़न के लिए?
हाँ, बादाम, काजू और अंजीर जैसे मेवे सुबह खाली पेट लेने से शरीर को अच्छा फैट और ऊर्जा मिलती है, जो वज़न बढ़ाने में मदद करता है।

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